बरेली। शहर के प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल मे तीन दिन के बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। आरोप है कि डॉ की लापरवाही की वजह से बच्चे की मौत हुई है। बच्चे के मरने के बाद भी स्वजनों को सूचित नहीं किया गया और उल्टा वेंटिलेटर पर रखकर पैसों की डिमांड करने लगे। हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया। फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों से बातचीत की। उसके बाद जांच में पुलिस जुट गई। आपको बता दें थाना सुभाषनगर क्षेत्र के बीडीए कालोनी के रहने वाले आदित्य सक्सेना की पत्नी ने 10 जून को अंकुर नर्सिंग होम मे बेटे को जन्म दिया था। आदित्य ने बताया की नर्सिंग होम मे कहा गया कि उनके बच्चे की हालत काफी खराब है। उसे सांस लेने में भी समस्या हो रही है। उसके बाद अस्पताल में मौजूद डाक्टर अवधेश ने तुरंत एंबुलेंस को फोन कर बच्चे को डाक्टर अमित अग्रवाल के यहां भेज दिया। जब स्वजनों ने कहा कि वह किसी और जगह बच्चे को दिखा लेंगे, तो डा अवधेश ने कहा कि यहां पैदा होने वाले बच्चे तो अमित के यहां ही जाते हैं। जिसके बाद बच्चेे को अमित अग्रवाल के अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। आदित्य ने बताया कि तीन दिन तक उसकी हालत ठीक थी। वह हर दिन अपने बच्चे से मिल रहे थे। रविवार की रात करीब 10 बजे वह अपने बच्चे मिलकर वापस आए थे। आरोप है कि जब सोमवार की सुबह वह दोबारा अस्पताल पहुंचे तो उनसे कहा गया कि काउंटर पर 10 हजार रुपये वेंटिलेटर और 6 हजार नर्सरी के जमा कर दीजिये। जब आदित्य ने पूछा कि वेंटिलेटर के क्यों? तब डॉक्टर ने बताया कि उनका बच्चा रात 2:30 बजे से वेंटिलेटर पर है। स्वजनों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है लेकिन अस्पताल से उन्हें न तो बच्चे की मौत की सूचना दी गई और न ही वेंटिलेटर पर बच्चे को रखने की कोई सूचना दी गई। जिसके बाद स्वजन अस्पताल मे हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर थाने से पुलिस फोर्स भी अस्पताल पहुंच गई है। दोनों पक्षों की बात सुनकर पुलिस जांच में जुट गई है।।
बरेली से कपिल यादव