बरेली। निर्धारित समय पर निर्माण कार्यों को पूरा करने वाले ठेकेदारों पर अब गाज गिरनी तय है। उन कार्यो की सूची बनाई जा रही है जो छह माह से अधर में हैं। छह महीने पहले मिले कार्यों मे ठेकेदारों की लापरवाही से निर्माण पूरा नही हो पाया। इसे लेकर जिला पंचायत सदस्य के अलावा ग्रामीणों की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर मुख्य अधिकारी ने ठेकेदारों को निर्देश दिए हैं कि अगर वह पुराने काम पूरे नही कराते है तो उन्हें कोई नया टेंडर नही दिया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे ठेकेदारों को चिन्हित कर उन्हे डिबार (नए काम नही देना) कर दिया जाएगा। शुक्रवार को मैफेयर लॉन डोहरा लालपुर मार्ग पर जिला पंचायत की हुई बोर्ड बैठक मे सदस्यों का गुस्सा जिला पंचायत के कुछ रजिस्टर्ड ठेकेदारों की कार्यशैली पर फूट पड़ा।अधिकांश सदस्यों ने इन ठेकेदारों की कार्यशैली पर लापरवाही का आरोप लगाया। जिला पंचायत अध्यक्षा रश्मि पटेल ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का समन्वय अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय से कार्य करने से जनपद में विकास की प्रगति और बढ़ जाएगी। इस अवसर पर अध्यक्ष महोदया को क्षेत्र पंचायत के सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र समस्याओं से अवगत कराया। समस्याओं को सुनते हुए संबंधित ठेकेदारों को उन्होंने निर्देश दिए कि जिस ठेकेदार का कार्य समय अंतर्गत नहीं किया गया तो उस ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि क्षेत्र पंचायत के सदस्यों की समस्याओं का निस्तारण निर्धारित समयावधि में करें। अध्यक्षा ने सभी क्षेत्र पंचायत के सदस्यों से कहा कि जो भी समस्या हो उसे लिखकर दें जिससे समस्या का निस्तारण किया जा सके। जिला पंचायत की वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु कुल 38 करोड़ रुपए की कार्य योजना पारित की गई। जिसके अन्तर्गत खण्डंजा, नाला, पक्की सड़क, एलईडी लाईट तथा 5 अमृत सरोवर बनाए जाने का प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक राष्ट्रगान के साथ शुरु हुई और बैठक के अंत मे अध्यक्षा ने सभी का आभार व्यक्त किया। बैठक मे एमएलसी कुंवर महाराज, विधायक डॉ श्याम बिहारी लाल, एमपी आर्य, मुख्य विकास अधिकारी चंद्रमोहन गर्ग, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत उपेंद्र कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी, ब्लाक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत के सदस्य आदि उपस्थित रहे।।
बरेली से कपिल यादव