प्रयागराज। संसार मे असम्भव कुछ भी नही बस सक्रिय सकारात्मक प्रयास की आवश्यकता होती है। इसे सिद्ध किया है नैनी, प्रयागराज के एनजीओ पीडब्ल्यूएस परिवार से जुड़े बंगलौर के एम एस कृष्णमूर्ति ने।
जानकारी के अनुसार बंगलौर निवासी एम एस कृष्णमूर्ति बहुत बड़े म्यूजिक लवर हैं जिनका सारा शरीर पैरालाइसिस के अटैक से सुन्न है दिमाग के 2 आपरेशन हो चुके हैं। इनके सिर्फ़ एक हाथ की उगलियाँ ही काम करती हैं फिर भी एक हाथ से ही लैपटाप मोबाइल मे एक्टिव होकर फिल्मों, गीत-संगीत सी जुड़ी रोचक रेयर जानकारी को फेसबुक-व्हाट्सएप आदि विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स द्वारा जिज्ञासुओं तक पहुंचा उनकी जिज्ञासा को शांत करने के साथ ही समाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं। इन्हें जब पीडब्ल्यूएस परिवार के द्वारा 1 ईंट 1 ₹ के जन सहयोग से निर्धन बेसहारा बच्चों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु निर्माणाधीन शिक्षालय की जानकारी मिली तो इन्होंने स्वयं योगदान करने के अलावा लोगों को भी इस कार्य हेतु जागरूक करना शुरू कर दिया वह भी अपने एक हाथ की उंगलियों के सहारे।
पैरालाइसिस से उतपन्न असमर्थता पर भारी सामाजिक सेवा भावना:मात्र 1 हाथ की उंगलियां बनी सामाजिक सेवा का माध्यम
